
इस समय अयोध्या में भगवान राम का मंदिर सबसे
ज्वलंत मुद्दा है भारत में ही नहीं वरन पूरे विश्व में ! सबके मन में एक सवाल है कि क्या मार्च के पहले
अयोध्या में राम मंदिर बनेगा ! क्योंकि माननीय उच्चतम न्यायालय ने मंदिर मस्जिद वाद पर सुनवाई जनवरी
तक यह कह कर ताल दी है कि जरूरी नहीं है कि जनवरी में सुनवाई की तारीख मिले ही या
मार्च अप्रैल में ही ! सरकार के जिम्मेदार लोगों ने भी अद्यादेश लाकर या कानून
बनाकर मंदिर बनाने पर या तो चुप्पी साधी है या बिलकुल माना कर रहे हैं ! हाँ कुछ
प्रभावी भगवा नेताओं और संतों ने कहा है
कि सरकार अध्यादेश या कानून लाएगी ! पर ज्योतिष को इन बातों से क्या लेना देना !
ज्योतिषी तो वही बोलेगा जो सितारे उसे दिखाएंगे !
ज्वलंत मुद्दा है भारत में ही नहीं वरन पूरे विश्व में ! सबके मन में एक सवाल है कि क्या मार्च के पहले
अयोध्या में राम मंदिर बनेगा ! क्योंकि माननीय उच्चतम न्यायालय ने मंदिर मस्जिद वाद पर सुनवाई जनवरी
तक यह कह कर ताल दी है कि जरूरी नहीं है कि जनवरी में सुनवाई की तारीख मिले ही या
मार्च अप्रैल में ही ! सरकार के जिम्मेदार लोगों ने भी अद्यादेश लाकर या कानून
बनाकर मंदिर बनाने पर या तो चुप्पी साधी है या बिलकुल माना कर रहे हैं ! हाँ कुछ
प्रभावी भगवा नेताओं और संतों ने कहा है
कि सरकार अध्यादेश या कानून लाएगी ! पर ज्योतिष को इन बातों से क्या लेना देना !
ज्योतिषी तो वही बोलेगा जो सितारे उसे दिखाएंगे !
आइये अब इसे ज्योतिष के दृष्टिकोण से देखते
हैं ! भारत के बारे में भविष्यवाणी स्वतंत्र भारत की कुंडली से मेदिनी ज्योतिष के
द्वारा की जाती है ! भारत की स्वतन्त्रता की कुंडली में इस समय चंद्र की दषा चल
रही है 2015 से ! भारत की चंद्र दशा के फल
के विषय में astrospeak
में मैंने एक विस्तृत लेख दिया था बहुत पहले ! दिसंबर के पहले हफ्ते से भारत
चन्द्र में शनि में शनि की दशा अंतर्दशा और प्रत्यंतर दशा चलेगी ! दिसंबर के पहले
चंद्र में बृहस्पति की दशा चल रही थी ! मार्च के प्रथम सप्ताह तक भारत चंद्र में
शनि में शनि की अंतर्दशा में रहेगा ! नवां और दशम भाव का स्वामी होकर शनि तीसरे
भाव में 4 आँय ग्रहों बुध शुक्र चंद्र और सूर्य के साथ बैठा है ! और तीसरे भाव में
पंचग्राही योग बन रहा है ! चंद्र शनि के साथ तीसरे भाव में बैठा पंचग्राही योग बना
रहा है ! मेदिनी ज्योतिष (वैश्विक ज्योतिष) में चंद्र जनता तथा जनता के मूड का
प्रतिनिधित्व करता है ! भारत की इस समय चंद्रकी
महादशा चल भी रही है ! यहाँ तक कि देश कि जन्म कालीन कुंडली में केतू भ शनि चंद्र
को देख रहा है ! तो चंद्र दशा मीन सरकारें जनता के मूड से चलेंगी या बहुत प्रभावित
होंगी ! 2015 से विभिन्न वर्ग पंथ जातियों के इतने ज्यादा धरणे प्रदर्शन कभी नहीं
हुये होंगे !
हैं ! भारत के बारे में भविष्यवाणी स्वतंत्र भारत की कुंडली से मेदिनी ज्योतिष के
द्वारा की जाती है ! भारत की स्वतन्त्रता की कुंडली में इस समय चंद्र की दषा चल
रही है 2015 से ! भारत की चंद्र दशा के फल
के विषय में astrospeak
में मैंने एक विस्तृत लेख दिया था बहुत पहले ! दिसंबर के पहले हफ्ते से भारत
चन्द्र में शनि में शनि की दशा अंतर्दशा और प्रत्यंतर दशा चलेगी ! दिसंबर के पहले
चंद्र में बृहस्पति की दशा चल रही थी ! मार्च के प्रथम सप्ताह तक भारत चंद्र में
शनि में शनि की अंतर्दशा में रहेगा ! नवां और दशम भाव का स्वामी होकर शनि तीसरे
भाव में 4 आँय ग्रहों बुध शुक्र चंद्र और सूर्य के साथ बैठा है ! और तीसरे भाव में
पंचग्राही योग बन रहा है ! चंद्र शनि के साथ तीसरे भाव में बैठा पंचग्राही योग बना
रहा है ! मेदिनी ज्योतिष (वैश्विक ज्योतिष) में चंद्र जनता तथा जनता के मूड का
प्रतिनिधित्व करता है ! भारत की इस समय चंद्रकी
महादशा चल भी रही है ! यहाँ तक कि देश कि जन्म कालीन कुंडली में केतू भ शनि चंद्र
को देख रहा है ! तो चंद्र दशा मीन सरकारें जनता के मूड से चलेंगी या बहुत प्रभावित
होंगी ! 2015 से विभिन्न वर्ग पंथ जातियों के इतने ज्यादा धरणे प्रदर्शन कभी नहीं
हुये होंगे !
मंदिर निर्माण मार्च के पहले प्रारम्भ हो सकता है !
इस समय शनि अंतर्दशा मार्च तक मंदिर निर्माण
के शुरुआत का संकेत दे रही है ! इसको मैं गोचर के द्वारा भी बताने कि कोशिश करूंगा
! सबसे महत्वपूर्ण गोचर बृहस्पति का है ! जो इस समय जनता के सातवें भाव और
अग्नितत्व के मंगल कि राशि में गोचर कर देश के लग्न और 19 दिसंबर से जनता को
प्रभावित करेगा क्योंकि बृहस्पति 10 डिग्री पर आने पर अपना प्रभाव दिखाता है ! जो
कि 19 दिसंबर को आ रहा है ! इसलिए 19 दिसंबर के बाद मंदिर आंदोलन गति पकड़ेगा और
मंदिर निर्माण मार्च के पहले प्रारम्भ हो सकता है ! भले ही इसकी शुरुआत गैर
विवादित भूमि से हो जैस्पर कोई न्यायिक वाद विवाद नहीं है !
के शुरुआत का संकेत दे रही है ! इसको मैं गोचर के द्वारा भी बताने कि कोशिश करूंगा
! सबसे महत्वपूर्ण गोचर बृहस्पति का है ! जो इस समय जनता के सातवें भाव और
अग्नितत्व के मंगल कि राशि में गोचर कर देश के लग्न और 19 दिसंबर से जनता को
प्रभावित करेगा क्योंकि बृहस्पति 10 डिग्री पर आने पर अपना प्रभाव दिखाता है ! जो
कि 19 दिसंबर को आ रहा है ! इसलिए 19 दिसंबर के बाद मंदिर आंदोलन गति पकड़ेगा और
मंदिर निर्माण मार्च के पहले प्रारम्भ हो सकता है ! भले ही इसकी शुरुआत गैर
विवादित भूमि से हो जैस्पर कोई न्यायिक वाद विवाद नहीं है !
सुशील कुमार सिंह ,
ज्योतिष सदन अयोध्या
ज्योतिष सदन अयोध्या