8 मई बुधवार 2019 को श्री विनायक चतुर्थी तिथि है। गौरी नंदन श्रीगणेश अत्यंत ही सरल एवं शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव कहे जाते हैं। इस दिन दोपहर में ही गणेश पूजा का विधान बताया गया है। अगर आपके जीवन में किसी तरह की विघ्न बाधाएं आ रही हो बुधवार के दिन दोपहर के समय गणेश जी की मूर्ति में इस जगह चढ़ा दें ताजी दुर्वा घास। ज्योतिष के अनुसार, ऐसा करते ही व्यक्ति को 4 घंटे के भीतर कोई न कोई बड़ा शुभ समाचार प्राप्त होने के साथ मनवान्छित फल की प्राप्ति भी होती है।
इस दिन दोपहर में करें श्रीगणेश जी का पूूजन
विनायक चतुर्थी के दिन श्रीगणेश पूजा दोपहर को मध्याह्न काल के दौरान की जाती है। दोपहर के दौरान भगवान गणेश की पूजा का मुहूर्त विनायक चतुर्थी के दिनों के साथ दर्शाया गया है। विनायक चतुर्थी के लिए उपवास का दिन सूर्योदय और सूर्यास्त पर निर्भर करता है। जिस दिन मध्याह्न काल के दौरान चतुर्थी तिथि प्रबल होती है उस दिन विनायक चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस समय की गई गणेश पूजा कभी निर्थक नहीं जाती, बहुत हू जल्दी उसके सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
ऐसे करें पूजन- 8 मई बुधवार
1- दोपहर को विनायक चतुर्थी पूजन के लिऐ पहले स्नान करना चाहिए ।
2- गणेश मंदिर में या फिर अपने घर के पूजा स्थल में पूजन करना चाहिए।
3- इस दिन ताजी दुर्वा ही गणेश जी अर्पित करना चाहिए।
4- भाग भी जाते मोदक का ही लगाना चाहिए।
5- गणेश जी को अष्टगंध का ही तिलक लगाना चाहिए।
6- ऊँ गं गणपते नमः मंत्र का जप करना चाहिए।
7- पूजा में मिट्टी के गणेश जी सबसे उत्तम माने जाते हैं।
8- गणेश जी का षोडषोपचार पूजन भी करना चाहिए।
9- विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को सफेद या गुलाबी फूलों की माला ही पहनाना चाहिए।
10- व्रत छोड़ने से पूर्व 1 या 2 गरीबों को कुछ न कुछ दान जरूर करना चाहिए।
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