
आज 7 मई मंगलवार को अक्षय ततृीया के पावन अवसर पर यह एक छोटा सा उपाय कर लें, कहा जाता है कि इस उपाय से महाबली हनुमान जी तुरंत प्रसन्न होकर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी कर देते हैं। बल बुद्धि विद्या देहू मोही हरहू कलेश विकार। अगर आप चाहते हैं कि हनुमान जी आपके सभी दुखों को दूर कर दें तो आज अक्षय ततृीया मंगलवार के दिन उनकी विशेष कृपा पाने के लिए इस उपाय को एक बार जरूर आजमा कर देखें।
मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया
ऐसी मान्यता है कि अक्षय ततृीया के दिन भगवान लक्ष्मीनारायण की विशेष पूजा करन से जीवन में प्राप्त होने वाला धन, वैभव, यश, कीर्ति का कभी क्षय नहीं होता। इस बार मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया का पर्व है, जो श्री हनुमान जी की प्रिय दिन माना जाता है, इस सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ की पूजा एवं पेड़ के नीचे नये या आटे के बने 11 दीपक जलाने से महाबली हनुमान प्रसन्न हो जाते हैं एवं उनकी कृपा के चमत्कार तुरंत दिखाई देने लगते हैं।
रामायुग अर्थात त्रेतायुग का आरंभ
त्रेतायुग में देवी महालक्ष्मी ने सीता माता के रूप में एवं श्रीनारायण ने राम जी के रूप अवतार लिया था। इसी काल में हनुमान जी की सेवा से प्रसन्न होकर हनुमानजी को अजर अमर रहने का वरदान दिया था। इसलिए वे आज कलयुग में भी सबसे सक्रिय देवताओं में से एक हैं। शास्त्रों के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन ही रामायुग अर्थात त्रेतायुग का आरंभ हुआ था जो हनुमान जी के सबसे अधिक प्रिय था, इसलिए आज भी अक्षय तृतीया के दिन राम-सीता एवं हनुमान जी के निमित्त इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे 11 दीपक जलाता महाबली हनुमान उनकी सभी मनोकामना पूरी कर उनके सारे संकट दूर हो जाते हैं।
पीपल का पेड़ हनुमान जी को अधिक प्रिय
हनुमान जी के आराध्य भगवान श्रीराम जो कि विष्णु जी के अवतार हैं, और कहा जाता है कि विष्णु जी का वास पीपल वृक्ष में भी होता है। इसलिए यह पेड़, इसके फल और इसके पत्ते श्री हनुमान जी को अति प्रिय है, और जो भी अक्षय तृतीया या मंगलवार, शनिवार को पीपल पेड़ की पूजा करने के बाद पीपल के पत्ते को विधि से हनुमान जी को भेट करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।